कार के टायर में कितना एयर प्रेशर रखना चाहिए : जब भी हम कार की देखभाल की बात करते हैं, तो अक्सर इंजन ऑयल, सर्विसिंग और फ्यूल की चिंता करते हैं, लेकिन टायर प्रेशर एक ऐसी चीज है जिसे कई लोग नजरअंदाज कर देते हैं। अगर टायर में हवा जरूरत से ज्यादा या कम हो, तो कार की हैंडलिंग, माइलेज और सेफ्टी पर सीधा असर पड़ता है।अब सवाल यह उठता है कि कार के टायर में कितना एयर प्रेशर रखना चाहिए? और कहीं हवा भरने वाला कोई गलती तो नहीं कर रहा? आइए, जानते हैं सही जानकारी।
1. कार के टायर में सही एयर प्रेशर कितना होना चाहिए?
हर कार के टायर का सही एयर प्रेशर अलग-अलग होता है। आमतौर पर कार के फ्रंट और रियर टायर का प्रेशर 30 से 35 PSI (पाउंड प्रति वर्ग इंच) के बीच होना चाहिए। लेकिन सही प्रेशर आपकी कार के मॉडल और टायर साइज पर निर्भर करता है।
सटीक एयर प्रेशर की जानकारी कहां मिलेगी?
- कार के ड्राइवर साइड डोर के अंदर एक स्टिकर होता है, जिसमें सही टायर प्रेशर लिखा होता है।
- यूजर मैनुअल में भी कंपनी द्वारा सुझाया गया प्रेशर दिया जाता है।
- अगर स्टिकर नहीं है, तो फ्रंट टायर के लिए 32-34 PSI और रियर के लिए 30-32 PSI आमतौर पर सही रहता है।
2. टायर प्रेशर से जुड़ी ये गलतियां कर सकते हैं नुकसान
1. जरूरत से ज्यादा हवा भरना
कुछ लोग यह सोचते हैं कि ज्यादा प्रेशर से माइलेज बढ़ जाएगा, लेकिन ऐसा करने से टायर जरूरत से ज्यादा सख्त हो जाता है। इससे कार के झटके बढ़ जाते हैं और ग्रिप कम हो जाती है, जिससे सड़क पर फिसलने (स्किडिंग) का खतरा बढ़ जाता है।
2. कम प्रेशर रखना
अगर टायर में कम हवा होगी, तो कार का माइलेज घट जाएगा और टायर जल्दी घिसने लगेगा। कम प्रेशर की वजह से टायर जरूरत से ज्यादा गर्म होता है और फटने (ब्लोआउट) का खतरा भी बढ़ जाता है।
3. सभी टायरों में एक जैसा प्रेशर रखना
फ्रंट और रियर टायर में एक जैसा प्रेशर रखना हमेशा सही नहीं होता। कुछ कारों में फ्रंट व्हील्स का प्रेशर थोड़ा ज्यादा होता है क्योंकि वहां इंजन का भार ज्यादा होता है। इसलिए हमेशा कंपनी द्वारा बताए गए प्रेशर को फॉलो करें।
4. स्पेयर टायर का ध्यान नहीं रखना
अक्सर लोग कार के स्पेयर टायर (स्टेपनी) की हवा चेक करना भूल जाते हैं। लेकिन जब जरूरत पड़ती है, तब पता चलता है कि उसमें हवा ही नहीं है। हमेशा हर 15 दिनों में एक बार स्टेपनी का एयर प्रेशर भी चेक करें।
3. सही टायर प्रेशर का फायदा क्या है?
बेहतर माइलेज: सही प्रेशर रखने से कार की फ्यूल एफिशिएंसी बनी रहती है और माइलेज अच्छा मिलता है।
स्मूद ड्राइविंग: सही एयर प्रेशर होने पर कार का बैलेंस और रोड ग्रिप अच्छा रहता है।
टायर की लाइफ बढ़ती है: सही प्रेशर होने पर टायर जल्दी घिसते नहीं हैं और उनकी लाइफ लंबी होती है।
सेफ्टी: सही टायर प्रेशर ब्लोआउट के खतरे को कम करता है और कार को स्किडिंग से बचाता है।
4. कितने दिन में चेक करना चाहिए टायर प्रेशर?
हर 10-15 दिन में एक बार टायर प्रेशर जरूर चेक करें।
अगर लॉन्ग ड्राइव पर जा रहे हैं, तो निकलने से पहले एयर प्रेशर चेक करना न भूलें।
बारिश या ठंड में टायर का प्रेशर थोड़ा कम हो सकता है, इसलिए नियमित रूप से इसकी जांच करें।
निष्कर्ष
अगर आप चाहते हैं कि आपकी कार सेफ, स्मूथ और फ्यूल एफिशिएंट रहे, तो टायर प्रेशर पर ध्यान देना बेहद जरूरी है। सही प्रेशर आपकी कार की परफॉर्मेंस और टायर की लाइफ दोनों को बढ़ाता है। इसलिए अगली बार जब हवा भरवाने जाएं, तो यह जरूर चेक करें कि कहीं हवा भरने वाला गलती तो नहीं कर रहा!
सेफ ड्राइविंग करें, सही प्रेशर बनाए रखें!