Exclusive: अच्छी कीमत पर सुरक्षित उत्पादों को पेश करना बड़ी चुनौती – OPG Mobility के अंशुल गुप्ता

Exclusive : भारत का ऑटोमोबाइल बाजार तेजी से विकसित हो रहा है, खासकर इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) और सस्टेनेबल मोबिलिटी की बढ़ती मांग के चलते। हालांकि, एक बड़ी चुनौती यह भी है कि ग्राहकों को अच्छी कीमत में सुरक्षित और टिकाऊ उत्पाद कैसे उपलब्ध कराए जाएं। इसी विषय पर OPG Mobility के फाउंडर अंशुल गुप्ता ने अपने विचार साझा किए और बताया कि भारतीय बाजार में EV सेगमेंट किन चुनौतियों और संभावनाओं से गुजर रहा है।


सुरक्षा और कीमत के बीच संतुलन बनाना सबसे बड़ा चैलेंज

अंशुल गुप्ता का मानना है कि इलेक्ट्रिक वाहनों की सबसे बड़ी चुनौती सुरक्षा और कीमत में संतुलन बैठाना है। भारत में इलेक्ट्रिक वाहन तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं, लेकिन उपभोक्ताओं के लिए कीमत अब भी एक अहम पहलू है। उन्होंने कहा:

“हम चाहते हैं कि उपभोक्ताओं को ऐसी तकनीक मिले जो सुरक्षित हो, टिकाऊ हो और किफायती भी हो। लेकिन यह एक बड़ा चैलेंज है, क्योंकि सुरक्षा मानकों को बनाए रखते हुए किफायती प्रोडक्ट पेश करना आसान नहीं है।”

EV बैटरी और चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच कंपनियों को लगातार इनोवेशन और रिसर्च पर ध्यान देना पड़ रहा है।


OPG Mobility का विजन और भारतीय बाजार की संभावनाएं

OPG Mobility भारतीय बाजार में सस्टेनेबल और सुरक्षित मोबिलिटी समाधान देने पर फोकस कर रही है। अंशुल गुप्ता के अनुसार, कंपनी नए-नए EV सॉल्यूशंस पर काम कर रही है, जिनमें हाई-परफॉर्मेंस बैटरियां, एडवांस्ड सेफ्टी फीचर्स, और लंबी रेंज वाले इलेक्ट्रिक स्कूटर व तिपहिया वाहन शामिल हैं

“हमारा फोकस केवल प्रोडक्ट सेलिंग तक सीमित नहीं है, बल्कि हम एक ऐसे ईकोसिस्टम पर काम कर रहे हैं, जिससे इलेक्ट्रिक वाहनों को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाया जा सके।”

भारत में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी का भविष्य उज्ज्वल है, लेकिन इसके लिए सरकार, उद्योग और उपभोक्ताओं के बीच तालमेल जरूरी होगा।


सरकार की नीतियां और EV सेक्टर में ग्रोथ के मौके

अंशुल गुप्ता ने बताया कि सरकार की ओर से मिल रही सब्सिडी और FAME-II जैसी योजनाएं EV इंडस्ट्री को बढ़ावा दे रही हैं। हालांकि, चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी अभी भी एक बड़ा मुद्दा बना हुआ है।

उन्होंने कहा:
“अगर भारत को इलेक्ट्रिक मोबिलिटी में ग्लोबल लीडर बनना है, तो चार्जिंग नेटवर्क को मजबूत करना होगा। सरकार को इसमें और ज्यादा निवेश करने की जरूरत है, ताकि उपभोक्ताओं का भरोसा EVs पर बढ़े।”


निष्कर्ष: भविष्य में EV सेक्टर की राह कैसी होगी?

EV बाजार में कई चुनौतियां होने के बावजूद OPG Mobility जैसे स्टार्टअप लगातार नए इनोवेशन कर रहे हैं। सुरक्षा, किफायती कीमत, और मजबूत चार्जिंग नेटवर्क – ये तीनों पहलू मिलकर भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों को ज्यादा लोकप्रिय बना सकते हैं।

अंशुल गुप्ता के अनुसार, अगले 5-10 सालों में भारत का EV बाजार तेजी से विकसित होगा, लेकिन इसके लिए कंपनियों को ग्राहकों की जरूरतों और सुरक्षा को प्राथमिकता देनी होगी

आपका क्या विचार है? क्या आप EV अपनाने के लिए तैयार हैं? हमें कमेंट में बताएं! 

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