कार का इंश्योरेंस लेते वक्त करें ये जरूरी काम : आज के समय में कार लेना जितना जरूरी है, उतना ही जरूरी उसका सही इंश्योरेंस कराना भी है। लेकिन कई लोग सिर्फ फॉर्मेलिटी के तौर पर इंश्योरेंस लेते हैं और बाद में उन्हें इसका पूरा फायदा नहीं मिल पाता। खासकर जब गाड़ी चोरी हो जाती है या पूरी तरह से डैमेज हो जाती है, तब इंश्योरेंस क्लेम में मिलने वाली रकम उम्मीद से कम होती है। लेकिन अगर आप कार का इंश्योरेंस लेते समय कुछ जरूरी बातें ध्यान रखें, तो गाड़ी चोरी होने पर आपको पूरी कीमत मिल सकती है।
1. सही IDV (Insured Declared Value) का चुनाव करें
IDV यानी इंश्योर्ड डिक्लेयर्ड वैल्यू वह अधिकतम राशि होती है, जो इंश्योरेंस कंपनी आपको गाड़ी चोरी होने या टोटल लॉस की स्थिति में देती है। कई लोग प्रीमियम कम करवाने के चक्कर में IDV को कम करवा देते हैं, जिससे भविष्य में क्लेम की रकम भी कम हो जाती है। इसलिए हमेशा अपनी कार की सही मार्केट वैल्यू के अनुसार IDV सेट करें ताकि गाड़ी चोरी होने की स्थिति में आपको पूरा पैसा मिल सके।
2. जीरो डेप्रिसिएशन पॉलिसी जरूर लें
अगर आप चाहते हैं कि क्लेम में आपको गाड़ी की पूरी कीमत मिले, तो जीरो डेप्रिसिएशन (Zero Depreciation) एड-ऑन कवर जरूर लें। इससे आपका इंश्योरेंस क्लेम में पुरानी गाड़ी की वैल्यू कम नहीं की जाएगी और आपको लगभग पूरी कीमत मिल जाएगी। खासकर नई कारों के लिए यह पॉलिसी बेहद फायदेमंद होती है।
3. इंजन प्रोटेक्शन और RTI कवर लें
RTI (Return to Invoice) कवर: अगर आपकी गाड़ी चोरी हो जाती है या पूरी तरह से खराब हो जाती है, तो RTI कवर के जरिए आपको गाड़ी की इनवॉइस वैल्यू के बराबर पैसा मिल सकता है, यानी जितनी कीमत में आपने गाड़ी खरीदी थी, उतनी रकम वापस मिल जाएगी।
इंजन प्रोटेक्शन कवर: यह कवर आपके इंजन को होने वाले नुकसान को भी कवर करता है, जो स्टैंडर्ड इंश्योरेंस में शामिल नहीं होता।
4. सही इंश्योरेंस कंपनी चुनें
हमेशा किसी भरोसेमंद इंश्योरेंस कंपनी से ही पॉलिसी खरीदें। क्लेम सेटलमेंट रेशियो (CSR) देखें और ऑनलाइन रिव्यू जरूर पढ़ें। जिससे पता चलेगा कि कंपनी समय पर और बिना ज्यादा दिक्कत के क्लेम सेटल करती है या नहीं।
5. चोरी होने पर FIR और क्लेम प्रक्रिया को सही तरीके से पूरा करें
अगर आपकी कार चोरी हो जाती है, तो सबसे पहले पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज कराएं और इंश्योरेंस कंपनी को तुरंत इसकी जानकारी दें। FIR कॉपी, इंश्योरेंस पॉलिसी, RC, ड्राइविंग लाइसेंस और बाकी जरूरी डॉक्युमेंट्स कंपनी को दें ताकि क्लेम जल्दी प्रोसेस हो सके।
निष्कर्ष
अगर आप कार का इंश्योरेंस लेते समय सही पॉलिसी और एड-ऑन कवर चुनते हैं, तो गाड़ी चोरी होने या टोटल लॉस की स्थिति में आपको पूरी कीमत मिल सकती है। बस IDV सही रखें, जीरो डेप्रिसिएशन और RTI कवर जरूर लें, और सही इंश्योरेंस कंपनी का चुनाव करें। इससे न सिर्फ आपका नुकसान कम होगा बल्कि मानसिक शांति भी बनी रहेगी।
क्या आपने अपनी गाड़ी के लिए सही इंश्योरेंस लिया है? अगर नहीं, तो अब देर मत कीजिए!